13 मई 2014 - 19:27
मिस्र में इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प

क़ाहेरा के ऐनुश्शम्स विश्वविद्यालय में इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थक छात्रों ने मंगलवार को सैन्य विद्रोह से अस्तित्व में आयी सरकार के तत्वों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया और इस देश में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अब्दुल फ़त्ताह अस्सीसी से बिना किसी शर्त के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग कि जो इस देश के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी की क़ानूनी सरकार के विरुद्ध सैन्य विद्रोह करने वाले मुख्य तत्व हैं।

मिस्र में कई स्थानों पर इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थकों और सुरक्षा बल के बीच झड़प में कई ज़ख़्मी हुए हैं।
मिस्री सूत्रों के अनुसार क़ाहेरा के ऐनुश्शम्स विश्वविद्यालय में इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थक छात्रों ने मंगलवार को सैन्य विद्रोह से अस्तित्व में आयी सरकार के तत्वों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया और इस देश में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अब्दुल फ़त्ताह अस्सीसी से बिना किसी शर्त के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग कि जो इस देश के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी की क़ानूनी सरकार के विरुद्ध सैन्य विद्रोह करने वाले मुख्य तत्व हैं।
क़ाहेरा में पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले फ़ायर किए।
इसी प्रकार अलजीज़ा में इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुयी जिसमें कई व्यक्ति घायल हुए।
मिस्र के सीना प्रांत में इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थकों और सैनिकों के बीच झड़प का समाचार है कि इस झड़प के दौरान कई लोग ज़ख़्मी हुए।
मिस्र में यह झड़पें ऐसी स्थिति में जारी है कि इस देश की अदालत ने रविवार को क़ाहेरा के अलअज़हर विश्वविद्यालय के सैंतीस छात्रों को जो इख़्वानुल मुस्लेमीन के समर्थक थे, विद्रोह के आरोप में चार साल की जेल की सज़ा सुनायी है।

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