26 नवंबर 2025 - 14:50
सूडान की स्थिरता और ‘मुस्लिम ब्रदरहुड़’ को सीमित करने में है यूएई का फायदा 

अनवर करकाश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस निर्णय का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने मुस्लिम ब्रदरहुड (इख़वानुल मुस्लिमीन) को आतंकवादी संगठनों की सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू की।अनवर करकाश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस निर्णय का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने मुस्लिम ब्रदरहुड (इख़वानुल मुस्लिमीन) को आतंकवादी संगठनों की सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू की।

संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति के सलाहकार अनवर करकाश ने अबूधाबी द्वारा सूडान की “रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़” को किसी भी प्रकार की सैन्य या राजनीतिक सहायता देने के आरोपों को खारिज कर दिया।
अनवर करकाश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस निर्णय का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने मुस्लिम ब्रदरहुड (इख़वानुल मुस्लिमीन) को आतंकवादी संगठनों की सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू की। करकाश ने इस कदम को रणनीतिक, साहसिक और ऐतिहासिक बताया।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का यह निर्णय चरमपंथ की एक बुनियादी जड़ को निशाना बनाता है। इख़वानुल मुस्लिमीन को आतंकवादी संगठन की श्रेणी में रखने से इस समूह की वित्तीय और संगठनात्मक क्षमता सीमित हो जाएगी।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जो मुस्लिम ब्रदरहुड की कुछ शाखाओं विशेषकर लेबनान, मिस्र और जॉर्डन की शाखाओं को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करता है, जिससे इन शाखाओं पर प्रतिबंध लगाने का रास्ता आसान होगा।
करकाश  ने जोर देकर कहा कि सूडान संकट के प्रति अमीरात का रुख बिना किसी शर्त के मानवीय युद्धविराम के समर्थन और सत्ता के नागरिक शासन को हस्तांतरण पर आधारित है।
उन्होंने यह भी कहा कि अबूधाबी द्वारा “रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़” को किसी भी सैन्य या राजनीतिक समर्थन देने के आरोप निराधार हैं।
करकाश  के अनुसार, अमीरात का हित सूडान की एकता और स्थिरता को बनाए रखने तथा इख़वानुल मुस्लिमीन जैसे समूहों के प्रभाव को सीमित करने में है।

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