17 अगस्त 2025 - 11:33
अरबईन 2025: इराक़ में 2 करोड़ 10 लाख से ज़्यादा ज़ायरीन की मौजूदगी

अरबईन — जिसे "विश्व का सबसे बड़ा वार्षिक धार्मिक आयोजन" कहा जाता है — हर साल लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों को आकर्षित करता है। यह दिन इमाम हुसैन (अ.स) और उनके साथियों की शहादत के 40 दिन पूरे होने की याद में मनाया जाता है

इराक के पवित्र शहर करबला में इस साल अरबईन के मौके पर ज़ायरीन की रिकॉर्ड मौजूदगी दर्ज की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक़, कुल 2 करोड़ 11 लाख से ज़्यादा (21,103,524) लोग इमाम हुसैन (अ.स) की ज़ियारत के लिए करबला पहुँचे।

यह आंकड़ा एक आधुनिक AI-आधारित इलेक्ट्रॉनिक काउंटिंग सिस्टम से इकट्ठा किया गया, जिसे हज़रत अब्बास के रौज़े की तरफ़ से लगाया गया था। यह सिस्टम कर्बला की ओर जाने वाले सभी रास्तों से गुज़रने वाले ज़ायरीनों को गिनता है।

दुनिया का सबसे बड़ा मानव जमावड़ा

अरबईन — जिसे "विश्व का सबसे बड़ा वार्षिक धार्मिक आयोजन" कहा जाता है — हर साल लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों को आकर्षित करता है।
यह दिन इमाम हुसैन (अ.स) और उनके साथियों की शहादत के 40 दिन पूरे होने की याद में मनाया जाता है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक़, केवल इराक़ ही नहीं बल्कि ईरान, पाकिस्तान, भारत, लेबनान, सीरिया, खाड़ी देशों और यूरोप-अमेरिका से भी ज़ायरीन बड़ी संख्या में शामिल हुए।

सुरक्षा और इंतज़ाम

इतने बड़े पैमाने पर लोगों की मौजूदगी के बावजूद, पूरे आयोजन को शांतिपूर्ण बनाने के लिए इराक़ी सरकार और धार्मिक संस्थानों ने व्यापक इंतज़ाम किए। लाखों की तादाद में मौजूद टेंट्स और वालंटियर्स ने रास्तों पर खाने-पीने, ठहरने और इलाज की सुविधाएँ दीं।

अरबईन का पैग़ाम

अरबईन सिर्फ़ एक धार्मिक रस्म नहीं, बल्कि एक सामाजिक और मानवीय संदेश भी है। यह आयोजन दुनिया को कुरबानी, इंसाफ़ और एकता का सबक़ देता है।

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