18 अप्रैल 2025 - 22:19
ज़रूरतमंदों की मदद और आख़िरत का दरवाज़ा

खुश आमदीद ऐसा व्यक्ति हमारे पास आया है जो हमारे आख़िरत की तरफ हमारे रास्ते का मददगार है।

:قال الامام السجاد علیه السلام

 . وَكانَ اِذا اَتاهُ السائِلُ يَقُول: مَرْحَبا بِمَنْ يَحْمِلُ لى زادى اِلىَ الآخرة 

کشف الغمہ، ج 2، ص 76۔

इमाम सज्जाद अ.स. 

जब उनके पास ज़रूरतमंद आता है तो वह कहते हैं खुश आमदीद ऐसा व्यक्ति हमारे पास आया है जो हमारे आख़िरत की तरफ हमारे रास्ते का मददगार है।

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