रूस के आयल टैंकर पर यूक्रेन के हमलों के बाद रूस ने कड़ी पतिक्रिया देते हुए कहा है की ऐसा लगता है कि ओडेसा बंदरगाह ओर दूसरे अहम् स्थानों पर हमारे हमले काफी नहीं थे।
रूस की सुरक्षा परिषद के सहायक प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने काला सागर एक रूसी तेल टैंकर पर यूक्रेनी सेना द्वारा किये गए ड्रोन हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हाल ही में ओडेसा बंदरगाह के खिलाफ हुए सैन्य अभियान के समान ही हमे दूसरे अभियान चलाने की ज़रूरत है।
रूसी मीडिया ने संघीय समुद्री परिवहन एजेंसी के हवाले से खबर देते हुए कहा कि यूक्रेनी सेना के ड्रोन हमले के परिणामस्वरूप क्रीमिया प्रायद्वीप के पास काला सागर में एक तेल टैंकर क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीँ यूक्रेन की सुरक्षा सेवा के प्रमुख वासिल मलियुक ने कहा है कि रूसी संघ के जहाजों या क्रीमिया पुल पर कोई भी हमला पूरी तरह से तार्किक और प्रभावी है। हमारी तरफ से इस तरह के विशेष अभियान यूक्रेन के क्षेत्रीय जल में चलाए गए हैं और यह पूरी तरह से वैध हैं।
इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए मेदवेदेव ने अपने टेलीग्राम चैनल में अपने खास अंदाज़ में लिखा कि कमीने और पाखण्डी लोग केवल क्रूरता और बल की भाषा समझते हैं। ऐसा लगता है कि ओडेसा और अन्य इलाकों पर हमला काफी नहीं था.
उन्होंने कहा: अगर कीव में बैठे बेहूदा लोग काला सागर में तबाही चाहते हैं तो यह उन्हें अपने जल क्षेत्र में करना चाहिए जो जल्द ही पोलैंड के क़ब्ज़े में होगा और आने वाली कई सदियों तक टीस और ज़ख्म देता रहेगा। अनाज समझौते पर सहमति बनाने का यह उनका आखिरी मौका होगा।