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आशूरा के सबक़
खास लोगों की जिम्मेदारी
आम लोग जीवन के संवेदनशील और निर्णायक क्षणों में इन प्रभावशाली व्यक्तियों के शब्दों और व्यवहार…
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इमाम हुसैन {अ.स.} महान लोगों की निगाह में
यह इमाम हुसैन {अ.स.} की कुर्बानियों का नतीजा है की आज इस्लाम का नाम बाक़ी है नहीं तो आज इस्लाम…
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ईरान और आयतुल्लाह खामेनेई इस्लामी दुनिया के हीरो, अमेरिका-इस्राईल नवाज़ तुर्की-सऊदी ज़ीरो
गज़्ज़ा मे ज़ायोनी सेना द्वारा किए जा रहे जनसंहार के 2 साल पूरे होने से पहले ही ज़ायोनी शासन और…
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ईरान, आसान एडमिशन, सस्ती फीस और मेडिकल का नया हब
5 साल का पूरा MBBS कोर्स मिलाकर कुल खर्च 14-15 लाख रुपये तक होता है, जबकि यही कोर्स बांग्लादेश…
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शहीदे कूफ़ा हज़रत मुस्लिम बिन अक़ील
ख़त का मज़मून बता रहा है कि लिखने वाले शीआ व पैरोकार ए इमाम नहीं हैं, क्योंकि शीओं ने इमाम…
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दुआ ए अरफ़ा और इमाम सज्जाद
मैं इन दो दुआओं की तुलना करता था; पहले मैं इमाम हुसैन की दुआ ए अरफ़ा पढ़ता था, फिर सहीफ़ा ए-सज्जादिया…
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इमाम ख़ुमैनी एक बेमिसाल हस्ती
जब सद्दाम की फ़ौज ने इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी के फ़ौरन बाद ईरान पर अचानक हमला किया तो इमाम…
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ईदुल फ़ितर
ईदुल फ़ितर ईद का दिन या अहलेबैत अ.स. के ग़म का?
अगर कहा जाए कि ईद का दिन इमाम अली अ.स. का दसवां है इसलिए ग़म और सोग मनाना चाहिए तो इसके जवाब…
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रमज़ानुल मुबारक अल्लाह से क़रीब होने का बेहतरीन मौक़ा
यह महीना अल्लाह से क़रीब होने का वक्त है। यह रिश्तों को जोड़ने, नाराज़गियाँ खत्म करने और आपसी…
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आयतुल्लाहिल-उज़मा जवादी आमुली:
नमाज़ में दिल ना लगने का कारण?
अगर कोई नमाज़ के बाहर सावधान रहे, तो उसे नमाज़ के अंदर अल्लाह से जुड़ने और सच्ची इबादत का सौभाग्य…
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हज़रत फ़ातिमा मासूमा (स.अ) की ज़िंदगी पर एक निगाह
सभी ख़ुशी ख़ुशी मदीने से वापस निकल ही रहे थे कि अचानक रास्ते में इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम…
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नसरुल्लाह, इमामे ज़माना का सच्चा सिपाही
शहादत का अर्थ केवल अपनी जान देना नहीं है, बल्कि यह उस सिद्धांत के लिए जीना है, जिसमें इंसानियत…
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रसूले इस्लाम (स.अ.) और आपका सादा जीवन
मुझे इस दुनिया की आराम देने वाली चीज़ों से क्या लेना देना, मेरी और दुनिया की मिसाल एक सवारी…
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हमास के राजनैतिक दफ्तर के प्रमुख इस्माइल हनिया कौन थे ?
हमास ने 16 फरवरी 2006 में हनिया को फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नामित किया। उन्हें…
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ग़दीर, इस्लामी इतिहास का सबसे बड़ा दिन
शेखैन (अबु बकर व उमर) और रसूले अकरम (स.) के असहाब ने हज़रत के मिम्बर से नीचे आने के बाद अली…
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हाजी मरें या जियें आले सऊद को तो कमाई से मतलब
इस साल भी बड़ी संख्या में हाजियों ने कुप्रबंधन की शिकायत की है। शिकायत में शिविरों में साफ-सफाई…
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इमाम ख़ुमैनी की बरसी
फिलिस्तीन और मज़लूमों के हक़ीक़ी मददगार इमाम ख़ुमैनी
आप का दौर तानाशाह मोहम्मद रज़ा पहेलवी की हुकूमत का दौर था, मोहम्मद रज़ा साम्राज्यवादी देशों…
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इमाम अली रज़ा अ.स. की ज़िंदगी पर एक निगाह
आपकी कुन्नियत “अबुल हसन” है। कुछ रिवायतों के अनुसार आपके उपनाम “रज़ा”, “साबिर”, “रज़ी” और “वफ़ी”…
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इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स. का अख़लाक़
आपका क़ायदा था कि आप मालदारों से ज़्यादा ग़रीबों की इज़्ज़त किया करते थे, मज़दूरों की क़द्र…