23 अगस्त 2014 - 19:25
उनसे नेकी करो चाहे मुशरिक ही क्यों न हों।

उनसे नेकी करो चाहे मुशरिक ही क्यों न हों।

इमाम रेज़ा अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया: माँ बाप से नेकी करना वाजिब है चाहे वह दोनों मुशरिक ही क्यों न हों लेकिन अगर उनके आज्ञापालन से अल्लाह की अवज्ञा होती हो तो उनके हुक्म का पालन नहीं करना चाहिए क्योंकि अल्लाह की अवज्ञा करके बंदों का आज्ञापालन नहीं किया जा सकता है।

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