रिपोर्ट के अनुसार अबू बकर बग़दादी के फ़त्वे के अनुसार यूरोपियों की जान व माल दाइश के लिये हलाल है और हर आतंकवादी कि जिसने ख़लीफ़ा की बैअत की हो वह 10 जाबांज़ लोगों को अवशोषित करने के बाद यूरोपीय देशों में इस्लामी हुकूमत की नींव रखे जाने की दरख़्वास्त देकर शरई लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अ. क्यूँ शहीद हुये?
रिपोर्ट के अनुसार अबू बकर बग़दादी नें एक संदेश में इराक़ और सीरिया में दूसरे लड़कों के साथ जेहाद में व्यस्त यूरोपीय लड़ाकों को कि जिन्होंने लड़ाई के मैदान में बहुत अनुभव हासिल कर लिया है, सम्बोधित करते हुए आशा व्यक्त की कि जल्दी ही इराक़ और सीरिया में इस्लामी ख़िलाफ़त को लागू करने के बाद यूरोप में अंडलूशिया के अन्त के बाद लड़ाकों की ताक़त के बल पर इस्लामी हुकूमतों की नींव रखी जाएगी।
अबू बकर बग़दादी के फ़तवे के अनुसार यूरोपियों की जान और उनका माल उनके लिये हलाल है और हर लड़ाका कि जिसने ख़लीफ़ा की बैअत की हो वह 10 जाबांज़ लोगों को अवशोषित करने के बाद यूरोपीय देशों में इस्लामी हुकूमत की नींव रखे जाने की दरख़्वास्त देकर शरई लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
हर देश में केवल एक शरई हुकूमत की इजाज़त होगी और उस देश के लड़ाके बिना किसी विरोध के निर्वाचित शासक की बैअत करेंगे और उसकी बात मानेंगे।