रिपोर्ट के अनुसार मजमए जहानी तक़रीबे मज़ाहिबे इस्लामी अर्थात इस्लामी एकता परिषद के प्रमुख आयतुल्लाह शेख़ मोहसिन अराकी नें मुसलमानों के विभिन्न समुदायों के बीच आपसी एकता व प्रतिरोध की महत्ता को उजागर करते हुए कहा है कि आपसी एकता व प्रतिरोध को बढ़ावा देने के लिये सभी मुस्लिम फ़िरक़ों को अपना भरपूर रोल अदा करना चाहिये।
लेबनान में मुस्लिम उल्मा के एख सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए आयतुल्लाह अराकी नें कहा कि इस्लामी शिक्षाओं और नियमों पर अमल कर के ही मुसलमानों के बीच आपसी एकता व एकजुटता की स्थापना करने में सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय के हालात व घटनाएं मुसलमानों से यह मांग कर रही हैं कि वह अपने नबी हज़रत मोहम्मद स. की शिक्षाओं व उनके बताये हुए रास्ते की तरफ़ लौट आएं। उनका कहना था कि दुश्मन को यह बात पता है कि आपसी एकता हमारी सफलता है और इस्लामी दुश्मन मुसलमानों को आगे बढ़ने से रोकने में कोई भी हथकंडा अपना सकते हैं।
9 जून 2014 - 08:29
समाचार कोड: 614608

रिपोर्ट के अनुसार मजमए जहानी तक़रीबे मज़ाहिबे इस्लामी अर्थात इस्लामी एकता परिषद के प्रमुख आयतुल्लाह शेख़ मोहसिन अराकी नें मुसलमानों के विभिन्न समुदायों के बीच आपसी एकता व प्रतिरोध की महत्ता को उजागर करते हुए कहा है कि आपसी एकता व प्रतिरोध को बढ़ावा देने के लिये सभी मुस्लिम फ़िरक़ों को अपना भरपूर रोल अदा करना चाहिये।