संयुक्त राष्ट्र संघ में सीरिया के दूत ने कहा है कि यद्यपि सीरिया के संबंध में पश्चिम की टेक्टिक बदल गयी है लेकिन उनकी स्ट्रॉटेजी पहले की तरह वैसी ही है।
बश्शार जाफ़री ने शनिवार को अलमयादीन टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि सीरिया की समस्या के संबंध में पश्चिमी सरकारों का स्वर तो बदल गया है मगर इन सरकारों के विचार, दृष्टिकोण और क्रियाकलाप, समस्या का एक भाग है न कि सीरिया की समस्या के समाधान का हिस्सा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी सरकारों के व्यवहार में जो परिवर्तन है वह टेक्टिक निगाह से है क्योंकि पश्चिमी सरकारें सीरिया में मौजूद वास्तविकता को नकार नहीं सकतीं।
बश्शार जाफ़री ने बल दिया कि आने वाले दिनों में संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में सऊदी अरब या ब्रिटेन की ओर से या किसी और की तरफ़ से संभवतः पेश होने वाले प्रस्ताव का लक्ष्य, सीरिया में राष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया में विघ्न डालना तथा इन चुनावों को प्रभावित करना है।
24 मई 2014 - 18:40
समाचार कोड: 611015

संयुक्त राष्ट्र संघ में सीरिया के दूत ने कहा है कि यद्यपि सीरिया के संबंध में पश्चिम की टेक्टिक बदल गयी है लेकिन उनकी स्ट्रॉटेजी पहले की तरह वैसी ही है।