इराक़ की संसद में अल-नस्र गठबंधन के प्रवक्ता ने खबर देते हुए कहा कि कोऑर्डिनेशन फ्रेमवर्क ने अमेरिका के दबाव और चुनावी लाभ उठाने से रोकने के लिए अल-हश्दुश् अल-शअबी क़ानून को अगले संसदीय कार्यकाल तक टालने का फैसला किया है।
"सलाम अल-जुबैदी" ने समाचार एजेंसी अल-मालूमा से बातचीत में कहा: "अल-हश्दुश् अल-शअबी क़ानून एक आंतरिक और सम्प्रभुता से जुड़ा मामला है और अमेरिका को किसी भी तरह इसमें दखल देने का अधिकार नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा हालात इस बात का सबूत हैं कि वॉशिंगटन का खुला दबाव है, जिसने इस कानून को फिलहाल पारित होने से रोका है।
अल-जुबैदी के अनुसार, हाल के दिनों में कोऑर्डिनेशन फ्रेमवर्क ने राजनीतिक दलों के साथ बैठकें कीं और सभी पहलुओं की समीक्षा के बाद इस नतीजे पर पहुँचा कि इस कानून को अगली संसद तक टालना अधिक उपयुक्त होगा।
उन्होंने यह भी इशारा किया कि कुछ पक्ष इस क़ानून को पारित कर अल-हश्दुश् अल-शअबी का समर्थन करना चाहते हैं, लेकिन कुछ समूह इसे चुनावी मक़सद से इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
अल-जुबैदी ने अंत में कहा कि जटिल आंतरिक परिस्थितियाँ और बाहरी दबाव इस कार्यकाल में इस क़ानून के पारित होने में रुकावट बने हुए हैं।
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