मिस्र और इस्राईल के बीच तनाव गहरा रहा है। अमेरिकी लड़ाकू विमान F-15 अब फ्रांसीसी लड़ाकू राफेल के मुकाबले में आसान निशाना बन चुका है, जिसे मिस्र भी इस्तेमाल करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे चिंताजनक बात यह है कि फिलिस्तीन के दक्षिण में स्थित मिस्र के पास भी इस तरह के कई जेट मौजूद हैं। इस देश की वायुसेना क्षेत्र और दुनिया में अहम मानी जाती है। अगस्त 2025 में NATO की एक सैन्य कवायद में यह साबित हुआ कि राफेल, अमेरिकी F-35, F-15 और फ़िनलैंड के F-18C से भी बेहतर है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि अभ्यास की तस्वीरों में दिखा कि राफेल ने अमेरिकी F-35 को अपने निशाने पर ले लिया था।
गौरतलब है कि मिस्र, चीनी लड़ाकू J-10 खरीदने की कोशिश कर रहा है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच हुई झड़पों में तीन राफेल जेट को मार गिराने में सफल रहा था। अगर यह सौदा हो गया तो मिस्र को इस्राईली राज्य के मुकाबले में हवाई बढ़त हासिल हो जाएगी।
आपकी टिप्पणी