ग़ज़ा पट्टी के अस्पताल सूत्रों के मुताबिक़, पिछले 24 घंटों में इसराइली सेना के हमलों में कम से कम 81 फ़िलिस्तीनी शहीद हुए हैं। बताया गया है कि शहीद होने वालों में कई लोग वे थे, जो इंसानी मदद लेने के लिए कतार में खड़े थे और इसराइली फ़ौज की फ़ायरिंग का शिकार हो गए।
ग़ज़ा की स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 18 मार्च 2025 से शुरू हुए नए चरण की बमबारी में अब तक 10,576 लोग शहीद और 44,717 घायल हो चुके हैं। 7 अक्तूबर 2023 से "तूफ़ान अल-अक़्सा" ऑपरेशन के बाद से ग़ज़ा में शहीदों की कुल संख्या 62,122 और घायलों की संख्या 1,56,758 तक पहुँच गई है।
दूसरी ओर, सैकड़ों सियोनी नागरिकों ने लिकुड पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर हमास के साथ क़ैदियों के आदान-प्रदान समझौते की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के ख़िलाफ़ नारे लगाते हुए कहा कि ग़ज़ा पर जारी सैन्य अभियान सियोनी क़ैदियों की मौत का कारण बनेगा, जबकि हमास से समझौता ही उन्हें बचा सकता है।
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