असम में हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार मुसलमानों को धार्मिक आधार पर निशाना बनाने में सभी नियम कायदे को ताक पर रखे हुए है। डिमोलिशन और पुशबैक कार्रवाई में 1,500 से अधिक मुस्लिम प्रभावित हुए हैं। हजारों परिवारों को बेदखल कर नो मैन्स लैंड में धकेल दिया गया. मुसलमानों के खिलाफ हो रहे जुल्म के खिलाफ NEMSU ने आज आंदोलन का ऐलान किया है।
हालिया दिनों प्रदेश की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने अलग-अलग जिलों में बडे़ पैमाने पर डिमोलिशन की कार्रवाई की। इस कार्रवाई में सबसे ज्यादा मुस्लिम परिवार प्रभावित हुए हैं। आलम यह है कि भारी बारिश और गर्मी के मौसम प्रभावित परिवार खुले में रहने को मजबूर हैं।
इसके अलावा मुसलमानों को विदेशी और बांग्लादेशी के नाम पर 'नो मैंस लैंड' में धकेल दिया गया। वहीं, असम के गुवाहाटी शहर में 15 जुलाई को नॉर्थ ईस्ट माइनरिटी स्टूडेंट यूनियन (NEMSU) की ओर से एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन असम में मुसलमानों पर हो रही कथित ज्यादती और बेबुनियाद बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ है।
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