इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बक़ाई ने कहा कि फ़िलिस्तीन संकट पर अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की चुप्पी और उनकी दोहरी नीति के दुनिया के सामने आने के बाद, ये संस्थाएँ तेज़ी से अपनी प्रतिष्ठा खो रही हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर अपने बयान में कहा कि जब फ़िलिस्तीन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि को धमकियों और प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है, और फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में जांच आयोग के सदस्य सामूहिक रूप से इस्तीफ़ा देते हैं, तो यह स्पष्ट संकेत है कि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को सच्चाई को रिकॉर्ड में लाने की भी स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया है।
बकाई ने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कानूनी और नैतिक व्यवस्था के लिए एक गंभीर ख़तरा है, जो इसके विनाश का पूर्वाभास है।
बक़ाई ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आलोचना करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संगठन अपनी कानूनी और नैतिक ज़िम्मेदारियों को पूरा करने में विफल रहे हैं। इतिहास गवाही देगा कि विश्व व्यवस्था युद्ध के कारण नहीं, बल्कि उत्पीड़न, चुप्पी, निष्क्रियता और दोहरे मानदंडों के मुकाबले चुप्पी के कारण ध्वस्त हुई।
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