फिलिस्तीन मुक्ति आंदोलन के अग्रणी दल हमास ने सशस्त्र संघर्ष की अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि फिलिस्तीनी दल सशस्त्र प्रतिरोध पर कोई समझौता नही करेगा। हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि मिस्र ने हमे एक योजना पेश कि है जिसमे 45 दिन का अस्थायी युद्धविराम, खाद्य सहायता और शरणार्थियों के लिए आवास शामिल हैं। इसमें समझौते के पहले सप्ताह में आधे ज़ायोनी कैदियों की रिहाई भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि हमारा वार्ता दल इस प्रस्ताव से आश्चर्यचकित है, जिसमें स्पष्ट रूप से फिलिस्तीनी प्रतिरोध के निरस्त्रीकरण पर जोर दिया गया है। इस अधिकारी के अनुसार, मिस्र ने हमास को सूचित किया है कि जब तक प्रतिरोध को निरस्त्र करने पर चर्चा नहीं होगी, तब तक युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समझौता संभव नहीं होगा।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमास ने मिस्र को यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रतिरोध के निरस्त्रीकरण पर कोई समझौता नहीं हो सकता। युद्ध विराम और ज़ायोनी कब्ज़ाधारी सेनाओं की पूर्ण वापसी किसी भी समझौते की बुनियादी शर्तें हैं।
हमास ने स्पष्ट रुख अपनाया है कि प्रतिरोध को पूर्णतः या आंशिक रूप से निरस्त्र करने का मुद्दा किसी भी स्तर पर वार्ता का विषय नहीं हो सकता, क्योंकि यह फिलिस्तीनी लोगों का मौलिक अधिकार है।
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