इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा में फिर से जनसंहार शुरू कर दिया और दूरदूर तक युद्धविराम के कोई आसार नहीं है। हमास अमेरिका के प्रस्ताव को अवैध राष्ट्र की शर्तों के साथ मानने के लिए तैयार नहीं है, वहीं मिस्र द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर अमेरिका और ज़ायोनी शासन राजी नहीं।
अब खबर है कि ग़ज़्ज़ा को पीठ दिखाते हुए एक बार फिर जॉर्डन अमेरिका और ज़ायोनी शासन के हितों को साधते हुए ग़ज़्ज़ा से हमास के सफाये में जुट गया है और इस योजना केलिए उसने इन देशों को एक प्रस्ताव दिया है।
जॉर्डन ग़ज़्ज़ा से हमास और उसकी सैन्य शाखा के 3 हजार सदस्यों को निर्वासित करने की योजना का प्रस्ताव रख रहा है। जॉर्डन के प्रस्ताव के बारे में जानकारी रखने वाले अमेरिकी और फिलिस्तीनी सूत्रों के मुताबिक निर्वासित किये जाने वालों में सैन्य और नागरिक नेता और हमास के सदस्य शामिल होंगे।
जॉर्डन की योजना में निर्धारित समय-सीमा के मुताबिक ग़ज़्ज़ा में हमास और अन्य प्रतिरोधी गुटों के निरस्त्रीकरण का भी आह्वान किया गया है। इससे युद्ध प्रभावित क्षेत्र में हमास का शासन खत्म हो जाएगा और ज़ायोनी कठपुतली फिलिस्तीनी प्राधिकरण को नियंत्रण हासिल करने का मौका मिलेगा।
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