वेनेज़ुएला की यात्रा पर पहुंचे अहले बैत वर्ल्ड इस्लामिक असेंबली के सेक्रेटरी जनरल आयतुल्लाह रज़ा रमजानी ने इस देश के विदेश मंत्री से बात करते हुए कहा कि प्रतिरोधी विचारधारा ईरान की सरहदों से निकल कर क्षेत्र और दुनियाभर में फ़ैल गई है और साम्राज्यवादी ताक़तों के समस्त प्रयासों के बाद भी लोगों के दिलों में जगह बना चुकी है।
इस मुलाक़ात में दोनों पक्षों ने क्षेत्र और दुनिया में भू-राजनीतिक विकास और बदलते शक्ति संतुलन, और इन घटनाओं में ईरान की प्रभावी भूमिका, वैज्ञानिक और तकनीकी आदान-प्रदान को मजबूत करने की आवश्यकता, प्रतिबंधों के तहत इस क्षेत्र में ईरान के सफल अनुभवों का उपयोग, इब्राहीमी धर्मों के महत्वपूर्ण स्थान और आज की दुनिया में एकेश्वरवादी धर्म, धार्मिक संवाद की आवश्यकता, मुसलमानों की समस्याओं और उनके मुद्दों से निपटना जैसे अलग अलग मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस मुलाक़ात की शुरुआत में वेनेज़ुएला के विदेश मंत्री यवन गिल पिंटो ने आयतुल्लाह रमजानी का स्वागत करते हुए कहा कि इतिहास का असल टकराव और जंग हक़ और बातिल के बीच जंग है और ईरान हमेशा से ही हक़ का साथी और मज़लूमो का मददगार रहा है। इस्राईल के खिलाफ ईरान की दंडात्मक कार्रवाई का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से दुनियाभर के मज़लूमों और उत्पीड़ित लोगों को ख़ुशी हुई और दुश्मन को कड़ा संदेश भी गया कि ईरान के धैर्य और धीरज का गलत फायदा न उठाएं।
आयतुल्लाह रमजानी ने कहा कि आज की दुनिया को न्याय और अध्यात्म की ज़रूरत है। उन्होंने इस्लामी क्रांति और इस्लाम और मकतबे अहले-बेत की बौद्धिक प्रणाली में अत्याचार-विरोध की मूल बातें बयान कीं और इसे सभी इब्राहीमी धर्मों के सार के रूप में पेश किया।
अंत में आयतुल्लाह रमजानी ने वेनेज़ुएला में रह रहे सभी मुसलमानों और विशेषकर अहले बैत अ.स. के चाहने वालों के लिए वेनेज़ुएला सरकार से विशेष ध्यान रखने की अपील की।