AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
शुक्रवार

11 नवंबर 2022

9:43:36 pm
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मानवाधिकार परिषद को ईरान ने सचेत कर दिया अगर बैठक बुलाई तो...

इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव के टेलीफ़ोनी वार्ता में ईरान के संबंध में मानवाधिकार काउंसिल की बैठक बुलाने के लिए जारी प्रयासों की निंदा की और सचेत किया कि उक्त काउंसिल की इस राजनैतिक कार्यवाही का पश्चिम के साथ ईरान के सहयोग पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।

ईरान प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव से टेलीफ़ोनी वार्ता में विदेशमंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने पश्चिमी देशों के दोहरे मापदंड और दोहरे रवैये की निंदा करते हुए कहा कि यूएन के मानवाधिकार काउंसिल की बैठक उन देशों के लिए बुलाया जाना चाहिए जो कट्टरपंथ और आतंकवाद को आम कर रहे हैं न कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के संबंध में जो वास्तविक अर्थकों में मानवाधिकारों का रक्षक है और हालिया दंगों में उसने बहुत ही संयम से काम लिया है।

विदेशमंत्री ने कुछ देशों की नकारात्मक कार्यवाहियों और दृष्टिकोणों की निंदा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणा पत्र के विपरीत कुछ गिने चुने पश्चिमी देशों ने ईरान में शांतिपूर्ण जन प्रदर्शनों से अवैध फ़ायदा उठाते हुए सोशल मीडिया पर कट्टरपंथ, हथियारों और हथगोलों के निर्माण के लिए प्रेरित किया जिसके कारण पुलिस को जानी नुक़सान उठाना पड़ा और ईरान अशांति का शिकार हुआ, यहां तक कि आतंकवादी गुट दाइश की कार्यवाही की भूमिका प्रशस्त हुई।

इससे पहले भी विदेशमंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने यूएन सेक्रेट्ररी जनरल को एक पत्र लिखकर सुरक्षा परिषद की ओर से शीराज़ में हुई दाइश की आतंकी कार्यवाही की निंदा न करने की आलोचना करते हुए कहा था कि मालूम होता है कि इस काउंसिल के कुछ सदस्यों ने अब भी आतंकवाद को अच्छे और बुरे में विभाजित कर रखा है।

यूएन सेक्रेट्ररी जनरल ने भी मानवाधिकार परिषद की ज़िम्मेदारियों का उल्लेख करते हुए देशों के आंतरिक मामलों में उसके राजनैतिक हस्तक्षेप को अस्वीकार्य क़रार दिया है। गुटेरस ने साथ ही आतंकवाद से मुक़ाबले मेंक ईरान की प्रभावी भूमिका और यमन में युद्धविराम के लागू होने में सहयोग की भी सराहना की और इस क्रम को जारी रखने की मांग की। (AK)

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