23 अगस्त 2014 - 19:25
एक मुहब्बत भरी निगाह के बदले एक मक़बूल हज।

एक मुहब्बत भरी निगाह के बदले एक मक़बूल हज।

रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अलैहे व आलिही वसल्लम ने फ़रमाया: जो सन्तान मेहरबानी के साथ अपने माँ बाप की ओर देखेगी, हर निगाह के बदले उसे एक मक़बूल हज (ऐसा हज जिसे अल्लाह तआला ने क़बूल कर लिया हो) इनाम में दिया जाएगा। पूछा गया: ऐ रसूले ख़ुदा (स) अगर इंसान प्रतिदिन सौ बार अपने माँ बाप को प्यार भरी निगाहों से देखे क्या तब भी उसे हर निगाह के बदले एक मक़बूल हज इनाम में मिलेगा? रसूले ख़ुदा (स.अ) ने कहा: हाँ, अल्लाह सबसे बड़ा और से ज्यादा पाक है।

टैग्स