अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी अबनाः तकफ़ीरी समूह दाइश के लीडर अबू बकर बग़दादी ने सभी मुसलमानों पर वाजिब ठहराया है कि वह “ख़िलाफ़ते इस्लामी” की ओर पलायन करें क्योंकि अब मुसलमानों के लिए इराक और सीरिया में इस्लामी ख़िलाफ़त का गठन अंजाम पा गया है।
अबू बकर बग़दादी जिसने हालिया दिनों में खुद को मुसलमानों का ख़लीफा ठहराया है, उसका कहना है कि जो मुसलमान इराक़ और सीरिया आने पर सामर्थ हैं उन पर वाजिब है कि वह इस्लामी ख़िलाफ़त की ओर पलायन करें।
उसने यह बताते हुए कि इस्लामी ख़िलाफ़त की ओर पलायन हर मुसलमान पर वाजिब है, कहा इस्लामी ख़िलाफ़त की स्थापना सभी मुसलमानों के लिए वाजिब है। 
दाइश के लीडर ने दावा किया है कि यह हुकूमत दुनिया में मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों का मुकाबला करने के लिए स्थापित हुई है। 
उसने कुछ देशों जैसे फ़िलिस्तीन, मध्य अफ्रीका और म्यांमार में मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों की ओर इशारा करते हुए कहा: वास्तव में यह कार्यवाहियां आतंकवाद हैं।
बग़दादी ने इराक और सीरिया में लड़ने वाले अपने चम्चों से कहा है कि इराक और सीरिया में अपनी सफलताओं पर खुश न हों और आपसी मतभेदों को दूर कर दुश्मनों के विरूद्ध लड़ाई जारी रखें।
गौरतलब है कि सीरिया और इराक में आतंकवादियों को मिलने वाली स्पष्ट हार, बग़दादी की नज़र में बड़ी सफलता है और ख़िलाफ़ते यज़ीद जिसमें बच्चों तक की हत्याएं की जाती हैं, जिसमें महिलाओं की इज़्ज़त को लूटा जाता है जिसमें जवानों की गर्दन काटी जाती है, ख़िलाफ़ते इस्लामी है ........
                        2 जुलाई 2014 - 21:56
                    
                    
                            समाचार कोड: 620981
                        
                     
            तकफ़ीरी समूह दाइश के लीडर अबू बकर बग़दादी ने सभी मुसलमानों पर वाजिब ठहराया है कि वह “ख़िलाफ़ते इस्लामी” की ओर पलायन करें क्योंकि अब मुसलमानों के लिए इराक और सीरिया में इस्लामी ख़िलाफ़त का गठन अंजाम पा गया है।
 
             
                                         
                                         
                                        