एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात की तरफ से रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) को दिया जा रहा समर्थन सूडान के संकट को और बढ़ा रहा है। संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि अबूधाबी पर दबाव बनाया जाए ताकि वह इस समर्थन को रोक दे।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में कहा कि रैपिड सपोर्ट फोर्सेज ने सूडान में, खासकर अल-फाशर शहर में, नागरिकों के खिलाफ युद्ध अपराध किए हैं।
एमनेस्टी की महासचिव एग्नेस कैलामार ने कहा कि दुनिया आंखें बंद करके नहीं बैठ सकती और फाशर पर हुए हमलों को अनदेखा नहीं किया जा सकता, जबकि बचे हुए लोगों की गवाही उस शहर में हुए डरावने अपराधों को बयान करती है। उनके अनुसार, नागरिकों पर लगातार और बड़े पैमाने पर हो रही हिंसा एक युद्ध अपराध है।
कैलामार ने अमीरात पर RSF के अपराधों को समर्थन देने का आरोप लगाया और कहा कि यूएई का लगातार समर्थन सूडान में नागरिकों के खिलाफ जारी हिंसा के चक्र को और गंभीर बना रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा कि अबूधाबी पर दबाव डाला जाए ताकि वह RSF को समर्थन देना बंद करे।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने फाशर की हिंसा से बचे 28 लोगों की गवाही भी जारी की है, जिनसे चाड के शरणार्थी शिविरों में और सूडान के तवीलाह व अत-तीनाह शहरों में बातचीत की गई थी।
संगठन ने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रभावशाली देशों से मांग की कि वे सभी पक्षों को हथियारों की बिक्री और सप्लाई रोकने के लिए कदम उठाएं और RSF नेतृत्व पर तत्काल कूटनीतिक दबाव डालें ताकि वे नागरिकों पर हमले, जिसमें महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ यौन हिंसा भी शामिल है, बंद करें।
अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुसार, पिछले महीने के अंत से अब तक एक लाख से ज्यादा नागरिक फाशर से दूसरे शहरों की ओर भाग चुके हैं और चालीस हजार से ज्यादा लोग उत्तर कुरदुफान से विस्थापित हुए हैं।
25 नवंबर 2025 - 11:03
समाचार कोड: 1753903
अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुसार, पिछले महीने के अंत से अब तक एक लाख से ज्यादा नागरिक फाशर से दूसरे शहरों की ओर भाग चुके हैं और चालीस हजार से ज्यादा लोग उत्तर कुरदुफान से विस्थापित हुए हैं।
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