अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नाइजीरिया को “मसीहियों पर उत्पीड़न” के आरोप में कड़े प्रतिबंधों की धमकी दी है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार इसका सैन्य हस्तक्षेप में बदलना संभव नहीं है।
नाइजीरिया की विशाल जनसंख्या, तेल–गैस संसाधन और पश्चिम अफ्रीका में उसकी सुरक्षा भूमिका ने उसे वैश्विक शक्ति–प्रतिस्पर्धा का केंद्र बना दिया है। चीन नाइजीरिया का सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार बन चुका है और रूस भी सैन्य सहयोग बढ़ा रहा है, जिससे वाशिंगटन की चिंता बढ़ी हुई है।
अबुजा सरकार इन धमकियों को राजनीतिक–आर्थिक दबाव मानते हुए अमेरिका से संवाद, आतंकवाद विरोधी सहयोग और ऊर्जा बाज़ार में अपनी स्थिति मजबूत करने पर काम कर रही है।
क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता और वैश्विक दखल ने नाइजीरिया को अत्यंत संवेदनशील मोड़ पर ला खड़ा किया है।
16 नवंबर 2025 - 15:26
समाचार कोड: 1750917
चीन नाइजीरिया का सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार बन चुका है और रूस भी सैन्य सहयोग बढ़ा रहा है, जिससे वाशिंगटन की चिंता बढ़ी हुई है।
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