देवबंद में तालिबान शासन के विदेश मंत्री की आमद के बाद से ही महिला पत्रकारों के ना होने को लेकेर मचे बवाल पर सफाई देते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि उनकी तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी महिला पत्रकार को बुलाने पर कोई मनाही नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर कॉन्फ्रेंस में महिला आतीं, तब भी कोई बात नहीं होती। हम थे यहां, लेकिन हमसे किसी महिला पत्रकार ने नहीं कहा कि वह यहां आना चाहतीं हैं। अगर वह कहतीं तो हम उनको जरूर बुलाते, हमारी तरफ से कोई मनाही नहीं थी।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा, ‘यह उन लोगों का प्रोपेगेंडा है, जिन्हें अफगानिस्तान अच्छा नहीं लगता है। उन्होंने ही यह प्रोपेगेंडा भी फैलाया है लेकिन इसमें कोई हकीकत नहीं है।
वहीं अमित शाह के घुसपैठ वाले बान पर मौलाना अरशद मदनी ने कहा, ‘गृह मंत्री झूठ बोलते हैं, हिंदुस्तान की आबादी बढ़ी है तो उनकी भी आबादी बढ़ी है। इसमें घुसपैठ कहां से आ गए?’ उन्होंने कहा, ‘मुसलमान को मारते हो, उनका कत्ल करते हैं। उनके घरों को तोड़ते हो, उनकी मस्जिदों को तोड़ते हैं और क्या मुसलमान पागल है कि वह अपना मुल्क छोड़कर के इस वतन में आएगा, क्या ये अक्ल की बात है? क्या दीवाना हो गया है मुसलमान? और अगर ऐसी बात होती है तो झूठ होती है। चाहे कोई बड़े से बड़ा आदमी ऐसा कहे तो वह भी झूठ बोलता है।
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