12 अक्तूबर 2025 - 14:24
ईरान ने सैन्य स्तर पर हमेशा ही फिलिस्तीन का साथ दिया 

जिन देशों के पास धन, हथियार और शक्ति है, वह फिलिस्तीन के बजाय दुश्मन के साथ खड़े हो गए, जबकि ईरान और यमन जैसे देशों ने मज़लूमों का साथ दिया।

फिलिस्तीनी प्रतिरोध संगठन ने दुश्मन के खिलाफ सहायता प्रदान करने के लिए इस्लामी गणराज्य ईरान की सराहना की है।

प्राप्त विवरण के अनुसार, पैलेस्टाइन इस्लामिक जिहाद आंदोलन के प्रतिनिधि नासिर अबू शरीफ ने तेहरान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान ने हमेशा फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन किया है, और यह समर्थन केवल बयानों तक सीमित नहीं बल्कि सैन्य स्तर पर भी व्यावहारिक रूप से मौजूद रहा है।

उन्होंने कहा कि जिन देशों के पास धन, हथियार और शक्ति है, वह फिलिस्तीन के बजाय दुश्मन के साथ खड़े हो गए, जबकि ईरान और यमन जैसे देशों ने मज़लूमों का साथ दिया।

अबू शरीफ ने यूरोप और अमेरिका के स्वतंत्र लोगों को भी सलाम पेश किया, जिन्होंने फिलिस्तीन के पक्ष में अपनी आवाज उठाई।

उन्होंने दावा किया कि ज़ायोनी सरकार ने फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ सबसे बड़ा युद्ध छेड़ा, जिसकी भारी कीमत उसे चुकानी पड़ी। फिलिस्तीनी मुजाहिदीन के हमलों में हजारों ज़ायोनी सैनिक मारे गए; ज़ायोनी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ, जबकि पिछले वर्ष 2024 के दौरान 82 हज़ार ज़ायोनी नागरिक कब्जे वाले इलाकों से पलायन कर गए।

अबू शरीफ ने स्पष्ट किया कि गज़्ज़ा में युद्धविराम के बावजूद ज़ायोनी सरकार के खिलाफ प्रतिरोध जारी है। जब तक इस्राईल मौजूद है, वह पृथ्वी पर भ्रष्टाचार फैलाने और फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों का हनन करने का सिलसिला जारी रखेगा।

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