गज़्ज़ा मे जनसंहार कर रही ज़ायोनी सेना की दरिंदगी चरम पर पहुंच गई है। बड़ी संख्या में फ़िलिस्तीनी महिलाएँ और बच्चे इस सेना के हाथों शहीद हो चुके हैं। हाल ही मे ज़ायोनी सेना की दरिंदगी का निशाना सैंकड़ों फिलिस्तीनी लोगों की तरह एक गर्भवती फ़िलिस्तीनी महिला डॉक्टर, उसका पति और कई बच्चे बने हैं।
डॉ. अया अल-मदहून, ने हाल ही में चिकित्सा प्रशिक्षण पूरा किया था। वह अपने पति के साथ दैर अल-बलाह में अल-अक्सा अस्पताल के पास टहल रही थीं, तभी उन पर ज़ायोनी अतिक्रमणकारी सेना ने हमला कर दिया। हमले के बाद डॉक्टरों ने आपातकालीन ऑपरेशन के ज़रिए बच्चे को बचाने की कोशिश की, लेकिन माँ, बच्चे और पिता तीनों की मौत हो गई। इस हमले में कई अन्य नागरिकों के भी शहीद होने की सूचना है।
इससे पहले 23 मई को भी खान यूनुस के बच्चों के विशेषज्ञ डॉ. अला अल-नज्जार के परिवार को ज़ायोनी सेना ने टारगेट करते हुए हवाई हमले में किए थे। इस हमले में उनके नौ बच्चे शहीद हो गए, जबकि उनके पति और ग्यारह वर्षीय बेटा आदम गंभीर रूप से घायल हुए थे।
गज़्ज़ा में सबसे कम उम्र के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के रूप में जाने जाने वाले 11 वर्षीय हम्माद भी ज़ायोनी सेना की बमबारी में शहीद हो गए। 16 वर्षीय काज़ेन अयाद गंभीर रूप से घायल हैं।
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