15 मई 2025 - 15:26
अमेरिका के विरोधाभासी बयान वार्ता को पहुंचेंगे नुक़सान 

ईरान और अमेरिका के बीच बेयक़ीनी और अविश्वास अस्थायी या भावनात्मक नहीं है, बल्कि यह सत्य पर आधारित तार्किक और प्रयोगात्मक है। ईरान को अमेरिका से किसी सद्भावना की उम्मीद नहीं है, क्योंकि अतीत में अमेरिका ने हमेशा शत्रुता की नीति अपनाई है और ईरानी लोगों को निशाना बनाया है।

ईरान को लेकर अमेरिका की लगातार बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बक़ाई ने कहा कि अमेरिकी नेताओं का विरोधाभासी व्यवहार वार्ता प्रक्रिया को प्रभावित कर रहा है। एक ओर वे समझौतों पर बातचीत कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वह ईरान के खिलाफ अवैध और क्रूर प्रतिबंध जारी रखे हुए हैं। यह विरोधाभास इस बात का प्रमाण हैं कि अमेरिका वार्ता के प्रति गंभीर नहीं है तथा यह प्रक्रिया सद्भावना से रहित है।

इस्माइल बक़ाई ने कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच बेयक़ीनी और अविश्वास अस्थायी या भावनात्मक नहीं है, बल्कि यह सत्य पर आधारित तार्किक और प्रयोगात्मक है। ईरान को अमेरिका से किसी सद्भावना की उम्मीद नहीं है, क्योंकि अतीत में अमेरिका ने हमेशा शत्रुता की नीति अपनाई है और प्रतिबंधों के माध्यम से ईरानी लोगों को निशाना बनाया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रियाज़ में अमेरिकी-सऊदी निवेश सम्मेलन में राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें ट्रम्प ने क्षेत्र में अशांति के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था और ईरान की भूमिका की आलोचना की थी।

इस्माइल बक़ाई ने कहा कि इस क्षेत्र और ईरान के दक्षिण में स्थित पड़ोसी देशों के लोग निश्चित रूप से बहुत बुद्धिमान और जागरूक हैं। वह अच्छी तरह जानते हैं कि इस तरह के बयानों का उद्देश्य ईरान और अरब तथा मुस्लिम देशों को विभाजित करना है।

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