हज़रत इमाम महदी (अ.स.) की विलादत के अवसर पर अबना समाचार एजेंसी और तुर्की के स्टूडेंट, बुद्धिजीवी और उलमा के संगठन की ओर से आयोजित की गई संगोष्ठी "महदवियत और ज़हूर" में अपने भाषण में अहले बैत वर्ल्ड असेंबली के प्रमुख आयतुल्लाह रमज़ानी ने कहा कि जब इमाम ज़माना (अ.स.) का ज़हूर होगा तब दुनिया को अदलो इंसाफ़ और न्याय मिलेगा।
आयतुल्लाह रमज़ानी ने अपने भाषण में कहा कि जब जब इस्लामी क्रांति के जनक इमाम खुमैनी हज़रत इमामे ज़माना (अ.स.) पर चर्चा करते थे और उनके जन्म की बात आती थी तो वह शिया, सुन्नी या आम मुसलमानों को मुबारकबाद देने के बजाए पूरी दुनिया के उत्पीड़ित लोगों को इमाम के जन्म पर बधाई देते थे क्योंकि इमाम शिया सुन्नी या सिर्फ मुसलमानों से नहीं बल्कि दुनिया के सभी उत्पीड़ित लोगों से संबंधित है। क्योंकि इस वैश्विक आंदोलन का प्रभाव सब के लिए है पूरे मानव समाज के लिए है।