अब्दुल बारी अतवान ने कहा है कि फ़िलिस्तीनी प्रतिरतधकर्ता, ज़ायोनी सैनिकों की प्रतीक्षा में बैठे हैं जबकि वे अपनी समस्त क्षमताओं के बावजूद ग़ज़्ज़ा में घुसते हुए बहुत डर रहे हैं।
उनका यह कहना है कि हालिया युद्ध केवल इस्राईल और ग़ज़्ज़ा की पट्टी तक सीमित नहीं है बल्कि यह इस्राईल और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के बीच है।
रायुलयौम के संपादक के अनुसार अवैध ज़ायोनी शासन का कोई भी हिस्सा, फ़िलिस्तीनियों की पहुंच से दूर नहीं है। उन्होंने बताया कि इस समय फ़िलिस्तीनियों के भीतर क्रांतिकारी उत्साह भरा हुआ दिखाई दे रहा है जबकि इस्राईल के अंतर अफरा-तफरी मची हुई है।
अतवान के अनुसार इस्राईल के विघटन की प्रक्रिया की गति बहुत तेज़ हो गई है। फ़िलिस्तीनियों ने इस बार एक अभूतपूर्व आन्दोलन आरंभ किया है। उनके पास विभिन्न प्रकार के मिसाइल हैं और 2014 के बाद से उन्होंने काफी प्रगति की है। अब्दुल बारी बताते हैं कि फ़िलिस्तीनी इस बार युद्ध का नक्शा बदल सकते हैं।