अबनाः ईरान के रक्षामंत्री ब्रिगेडियर जनरल हुसैन दहक़ान ने कहा है कि मीज़ाइल क्षमता पर किसी भी प्रकार की वार्ता नहीं होगी।
उन्होंने शनिवार को रक्षा उद्योग दिवस के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए इस प्रश्न के उत्तर में कि यदि आईएईए को पारचीन सैन्य प्रतिष्ठान के निरिक्षण की अनुमति दे दी गयी तो क्या होगा?, कहा कि संस्था ने कई बार पारचीन सैन्य प्रतिष्ठान का निरिक्षण किया है इसीलिए अब इसमें कोई नई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि हम अपने सैन्य विशेषज्ञों के बारे में किसी को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं देंगे। रक्षामंत्री ने इस प्रश्न के उत्तर में कि आईएईए ने विस्फोटक पदार्थ exploding bridge wire detonators ईबीडब्लयूडी के संबंध में ईरान के सामने नये प्रश्न रखे हैं, कहा कि संस्था ने किसी भी प्रकार का कोई नया प्रश्न पेश नहीं किया बल्कि यह वही पुराना प्रश्न है जिसका उत्तर दिया जा चुका है।
उनका कहना था कि ईरान क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का केन्द्र है और आईएसआईएस के आतंकी ज़ायोनी हितों पर काम कर रहे हैं और जिन लोगों ने कल इस संगठन का समर्थन किया अब वे इस परिणाम पर पहुंच गये हैं कि ईरान जो कहता था कि यह संगठन क्षेत्र और विश्व की शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर ख़तरा है, सही है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अमरीका और फ़्रांस को अपने किए पर पछतावा हो रहा है और अब सबको आईएसआईएस के विरुद्ध उठ खड़े होना चाहिए।
ब्रिगेडियर जनरल हुसैन दहक़ान ने कहा कि परमाणु वार्ता में मीज़ाइल क्षमता पर किसी भी प्रकार की वार्ता नहीं होगी और किसी भी क़ीमत पर इस विषय को वार्ता में शामिल नहीं किया जा सकता। उन्होंने रूस द्वारा एस-300 मीज़ाइल न दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हम समझते हैं कि समझौता अभी समाप्त नहीं हुआ बल्कि इसके विकल्प पर बात चल रही हैं।
23 अगस्त 2014 - 19:24
समाचार कोड: 632992

ईरान के रक्षामंत्री ब्रिगेडियर जनरल हुसैन दहक़ान ने कहा है कि मीज़ाइल क्षमता पर किसी भी प्रकार की वार्ता नहीं होगी।