ईरान के राष्ट्रपति कार्यालय के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग ने घोषणा की है कि ईरान ने Floating Oil Transfer Hose बनाने की क्षमता प्राप्त कर ली है।
तेहरान रबर कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के तकनीकी निदेशक मुरादख़ानी ने बताया कि ऐसे चार यूनिट बनाकर ईरान की ऑफशूर ऑयल कंपनी को दे दिए गए हैं। यह आधुनिक होज़ तीन साल से ‘कोरोश’ जहाज़ पर उपयोग में है और इसकी प्रदर्शन क्षमता को भरोसेमंद और सकारात्मक बताया गया है।
उन्होंने कहा कि इस होज़ के सभी टेस्ट पूरे हो चुके हैं और गुणवत्ता के लिहाज़ से यह विदेशी उत्पादों के बराबर है। वास्तविक संचालन में भी इसने बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है।
यह होज़ समुद्र में तैरता रहता है और इसका इस्तेमाल तेलवाहक जहाज़ों को तटीय प्रतिष्ठानों से जोड़ने के लिए किया जाता है। हर ऑपरेशन में लगभग 10 से 20 लाख बैरल कच्चा तेल 30 यूनिटों के माध्यम से ट्रांसफर होता है। ऑपरेशन खत्म होने के बाद फ्लैंज को हटाकर सुरक्षा कवर लगाया जाता है ताकि होज़ पानी में तैरता रहे और अगली बार उपयोग के लिए तैयार रहे।
मुरादख़ानी के अनुसार समुद्र में होज़ को लगातार तैरता रखना एक बड़ा इंजीनियरिंग चैलेंज है और हर देश यह क्षमता नहीं रखता। कई देशों के बनाए होज़ कुछ समय बाद डूब जाते हैं, जबकि ईरानी होज़ पिछले चार साल से लगातार उपयोग में है और उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में ऑफशूर ऑयल कंपनी और ऑयल टर्मिनल्स कंपनी के साथ बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए बातचीत जारी है ताकि इस तरह के होज़ की आयात पूरी तरह बंद हो सके। पहले इन्हें जापान और इटली से आयात किया जाता था, लेकिन प्रतिबंधों के बाद आयात संभव नहीं रहा।
मुरादख़ानी ने कहा कि यह तकनीक रिवर्स इंजीनियरिंग और ‘पहली उत्पादन योजना’ के तहत घरेलू रूप से विकसित की गई है। इस परियोजना का बजट राष्ट्रपति के विज्ञान व प्रौद्योगिकी कार्यालय ने दिया।
23 नवंबर 2025 - 14:12
समाचार कोड: 1753385
ईरान कच्चे तेल की समुद्री ट्रांसफरिंग के लिए फ्लोटिंग ऑयल ट्रांसफर होज़ तैयार करने की तकनीक हासिल करने वाला दुनिया का पाँचवाँ देश बन गया है।
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