ईरान की संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बाक़र कालिबाफ़ ने कहा है कि ईरान को अपनी मिसाइल शक्ति पर गर्व है, लेकिन असली ताकत जनता और उनका समर्थन है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जब तक लोग साथ हैं, ईरान दुनिया का सबसे मज़बूत देश है, और अगर जनता के दिल न जीते जाएँ तो मिसाइल हमले भी अपनी वास्तविक प्रभावशीलता खो देते हैं।
बसीजी छात्रों और बुद्धिजीवियों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 12 दिनों की जंग ने इस्लामी क्रांति के लिए एक नया अवसर पैदा किया। दुश्मन ने ईरान को तोड़ने और इस्लामी क्रांति को खत्म करने की योजना बनाई थी, लेकिन जनता की क़ुर्बानी, सैन्य ताकत और सर्वोच्च नेता की दूरदर्शी नेतृत्व ने दुश्मन को बातचीत पर मजबूर कर दिया। अब मुख्य मैदान आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक है और युवा पीढ़ी को नए तरीकों के साथ भविष्य की तैयारी करनी होगी।
स्पीकर ने कहा कि मौजूदा शासन और आर्थिक प्रणाली में बुनियादी बदलाव की ज़रूरत है और इस प्रक्रिया में बसीज को अग्रदूत बनना होगा। युवा पीढ़ी, ख़ास तौर पर छात्र और बुद्धिजीवी, देश को एक नए दौर में ले जाने की क्षमता रखते हैं।
कालिबाफ़ ने कहा कि दुश्मन अब जंग को रक्षा के मैदान से हटाकर आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में ले आया है, और उसका उद्देश्य जनता के दिलों में निराशा पैदा करना है। इसका मुकाबला केवल ठोस कार्यवाही, परिणाम और लोगों की ज़िंदगी में वास्तविक सुधार से ही संभव है।
उन्होंने कहा कि अगर जनता दिल से हमारे साथ हो तो ईरान अजय है, और यही वह असली शक्ति है जो दुश्मन की हर साज़िश को नाकाम कर सकती है।
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