ज़ायोनी सैन्य ख़ुफ़िया अधिकारियों ने बताया है कि हाल के हफ्तों में हिज़्बुल्लाह ने लेबनान में अपनी सैन्य क्षमता और घरेलू स्थिति को सक्रिय रूप से मज़बूत किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में उन्होंने सबूत अमेरिका सरकार और युद्धविराम पर्यवेक्षकों को सौंपे हैं।
अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी, अबना- की रिपोर्ट के अनुसार, इस्राईली अख़बार हारेत्ज़ ने लिखा है कि इस्राईल की सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि हिज़्बुल्लाह अपने बलों को पुनर्गठित करने की दिशा में तेज़ी से काम कर रहा है, और यह कदम इस्राईल को इस समूह के ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई बढ़ाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
अधिकारियों के मुताबिक़, हिज़्बुल्लाह की गतिविधियाँ इस समय मुख्य रूप से लीतानी नदी के उत्तर में केंद्रित हैं और अभी तक इस्राईल की सीमा के पास नहीं पहुँची हैं, लेकिन यदि यही रुझान जारी रहा तो झड़पें तेज़ हो सकती हैं।
विदेशी ख़ुफ़िया सूत्रों ने भी पुष्टि की है कि हिज़्बुल्लाह ने अपनी रसद नेटवर्क को फिर से स्थापित कर लिया है और इराक़ व सीरिया के रास्ते ईरान से हथियारों की खेपें प्राप्त की हैं। इन सूत्रों के अनुसार, हिज़्बुल्लाह के पुनः शस्त्रीकरण की रफ़्तार लेबनानी सेना के उसे निरस्त्र करने के प्रयासों से अधिक तेज़ है।
इस्राईली सैन्य अधिकारियों ने कहा कि लेबनानी सेना हिज़्बुल्लाह का सामना करने से बच रही है और उसके पुनर्गठन को रोकने के लिए कोई गंभीर क़दम नहीं उठा रही।
अमेरिकी राजदूत टॉम बाराक, जो तुर्की में अमेरिका के राजदूत और सीरिया के विशेष दूत हैं और अस्थायी रूप से लेबनान में भी कार्यरत हैं, उन्होंने हिज़्बुल्लाह के निरस्त्रीकरण की धीमी गति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि हथियारों को केवल लेबनानी सरकार के नियंत्रण में होना चाहिए।
बाराक ने कहा कि इस्राईल दक्षिण लेबनान में अपने हमले जारी रखेगा क्योंकि वहाँ हज़ारों रॉकेट और मोर्टार अब भी मौजूद हैं जो सीधा ख़तरा पैदा करते हैं। हालांकि उन्होंने माना कि लेबनान से अपने किसी राजनीतिक दल को ज़बरदस्ती निरस्त्र करने की मांग तर्कसंगत नहीं है, क्योंकि इससे गृहयुद्ध छिड़ सकता है।
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