इस्राईल के सेवानिवृत्त जनरल इसहाक ब्रिक ने स्वीकार किया है कि ज़ायोनी सेना हमास को हराने में नाकाम रही है और हमास को कभी भी निशस्त्र नहीं किया जा सकेगा।
अल-मयादीन चैनल से बातचीत में ब्रिक ने कहा कि तल अवीव को आखिरी समय में ट्रम्प की दखलअंदाज़ी से राहत मिली, वरना हालात और बिगड़ सकते थे। उन्होंने कहा — “जो आज गज़्ज़ा में युद्ध जारी रखने की बात कर रहे हैं, वह असल में मौत की घाटी की ओर बढ़ने की बात कर रहे हैं,” जैसा कि इस्राईल के सेना प्रमुख एयाल ज़ामीर ने भी कहा था।
ब्रिक ने माना कि ज़ायोनी सेना न तो हमास को परास्त कर सकी और न ही बलपूर्वक अपने कैदियों को छुड़ा पाई। उन्होंने कहा कि अब इस्राईल ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन खो दिया है और अपने सामने मौजूद खतरों का सामना करने में अक्षम है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि “जंग खत्म हो चुकी है और हमास कभी भी निशस्त्र नहीं होगा।” उन्होंने साथ ही जोड़ा कि हिज़्बुल्लाह भी अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है, भले ही उसे भारी नुक़सान क्यों न झेलना पड़े।
इसी बीच, ज़ायोनी पत्रकार और लेखक हाइम लेविनसन ने भी माना कि हमास ने एक संगठित संगठन की तरह लड़ाई लड़ी और यह सच्चाई है कि यह संगठन दो साल की जंग के बावजूद पूरी तरह मज़बूत बना हुआ है।
आपकी टिप्पणी