11 जून 2025 - 15:43
अल्लाह और कानून के सामने खुद को जवाबदेह मानें सांसद 

ईदे-गदीर वास्तव में इस्लामी दुनिया के लिए एक महान ईद है। यह ईद केवल हज़रत अली (अ.स.) की विलायत का ऐलान ही नहीं है बल्कि इसमें कई गहरे अर्थ और मारेफ़त के पहलू भी शामिल हैं जो इस्लाम की पहचान से जुड़े हुए हैं।

ईरानी संसद के सदस्यों ने आज पार्लियामेंट स्पीकर मोहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ के नेतृत्व में इस्लामी क्रांति के लीडर हज़रत आयतुल्लाह खामेनेई से मुलाक़ात की।  तेहरान के इमाम बारगाह इमाम खुमैनी मे हुई इस मुलाकात में इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता हज़रत आयतुल्लाह खामेनेई ने ईदे-गदीर और इमाम अली नकी (अ.स.) के जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि ईदे-गदीर वास्तव में इस्लामी दुनिया के लिए एक महान ईद है। यह ईद केवल हज़रत अली (अ.स.) की विलायत का ऐलान ही नहीं है बल्कि इसमें कई गहरे अर्थ और मारेफ़त के पहलू भी शामिल हैं जो इस्लाम की पहचान से जुड़े हुए हैं।

हज़रत आयतुल्लाह खामेनेई ने कहा कि संसद के सदस्यों को खुद को अल्लाह और कानून के प्रति जवाबदेह समझना चाहिए। इस जवाबदेही के लिए यह जरूरी है कि व्यक्तिगत हितों और आदतों को कानून बनाने, निर्णय लेने और मतदान में हस्तक्षेप करने की अनुमति न दी जाए।

आयतुल्लाह खामेनेई ने कहा कि हम न केवल हर संसद में प्रचलित कानूनी मेयार पर ग़ौर करते हैं, बल्कि हम एक वास्तविक मेयार पर भी यकीन करते हैं जो कुछ लोगों में पाया जाता है और कुछ दूसरों में नहीं।  इस दृष्टिकोण से, संसद की स्थिति और महत्व और अधिक स्पष्ट हो जाता है। आज की दुनिया में, इस्लामी ईरान की संसद जैसा पार्लियामेंट किसी दूसरे देश में नहीं है।

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