ग़ज़्ज़ा में ज़मीनी अभियान हमेशा ही ज़ायोनी सेना के लिए बहुत कठिन रहा है। ज़ायोनी सेना के लिए ग़ज़्ज़ा का मैदान क़ब्रिस्तान साबित हो रहा है और ज़ायोनी प्रधानमंत्री सेना में बढ़ते असंतोष के साथ ही सैनिकों की कमी से बौखलाए हुए है।
हवाई हमलों से ग़ज़्ज़ा को बर्बाद करने वाली ज़ायोनी सेना के लिए ग्राउंड पर रहकर जंग लड़ना काफी मुश्किल साबित हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस्राईल में जवानों की कमी होने लगी है।
ज़ायोनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना को 10,000 से ज्यादा सैनिकों की जरूरत है, जिनमें करीब 6,000 लड़ाकू सैनिक शामिल हैं। सेना ने कहा है कि ये हमारी एक असली और गंभीर ज़रूरत है, इसलिए हम हर जरूरी कदम उठा रहे हैं।
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