मऊ से विधायक अब्बास अंसारी को चुनाव प्रचार के दौरान दिय्ये गए अपने एक बयान के कारण विधान सभा की अपनी सदस्य्ता गंवानी पड़ी है। चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में अब्बास ने कहा था- सपा मुखिया अखिलेश यादव से कहकर आया हूं, सरकार बनने के बाद 6 महीने तक किसी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी, जो जहां है, वहीं रहेगा, पहले हिसाब-किताब होगा, फिर ट्रांसफर होगा।
इस बयान के बाद ही मऊ कोतवाली में सब इंस्पेक्टर गंगाराम बिंद ने एफआईआर दर्ज कराई थी। लगभग 3 साल चली सुनवाई के बाद आज इस मामले में फैसला आया है।
यूपी सचिवालय की ओर से मऊ सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है। इस घोषणा के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग की ओर से नियमानुसार खाली सीट को भरने के लिए छह माह के भीतर उपचुनाव कराया जाएगा। अब्बास अंसारी की विधानसभा की सदस्यता समाप्त होते ही सुरक्षा भी वापस ले ली गई है।
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