دُعَاءُ اَلْوَالِدِ لِوَلَدِهِ كَدُعَاءِ اَلنَّبِيِّ لِأُمَّتِهِ
مشکاة الأنوار، ج1، ص 325
रसूले अकरम स. ने फ़रमाया: बाप की अपनी औलाद के लिए दुआ, नबी की अपनी उम्मत के लिए दुआ की तरह है।
पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद स. ने बाप की अज़मत के बारे में फ़रमाया।
دُعَاءُ اَلْوَالِدِ لِوَلَدِهِ كَدُعَاءِ اَلنَّبِيِّ لِأُمَّتِهِ
مشکاة الأنوار، ج1، ص 325
रसूले अकरम स. ने फ़रमाया: बाप की अपनी औलाद के लिए दुआ, नबी की अपनी उम्मत के लिए दुआ की तरह है।