बहरैन
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शियों के अपमान पर बहरैनी उल्मा ने विरोध जताया।
बहरैन के उल्मा नें आले ख़लीफ़ा की तरफ़ से शिया मुसलमानों और उनके पवित्र स्थलों के लगातार अपमान किये जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है
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अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय आले ख़लीफ़ा की क़ैद से बच्चों को रिहा करवाए।
बहरैन में मानवाधिकार केन्द्र नें अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय से मांग की है कि आले ख़लीफ़ा की क़ैद में मौजूद बच्चों की रिहाई के लिये कोशिश करें। स्पष्ट रहे कि आले ख़लीफ़ा की काल कोठरियों में सैंकड़ों बच्चे क़ैद हैं। अल आलम की रिपोर्ट के अनुसार इन बच्चों की आयु 15 साल से कम हैं।
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बहरैन में अलविफ़ाक़ पार्टी ने नियुक्त प्रधानमंत्री और मंत्रीमंडल का विरोध किया।
बहरैन के सबसे बड़े विपक्षी दल अलवेफ़ाक़ ने नियुक्त प्रधानमंत्री और मंत्रीमंडल का विरोध किया है।
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बहरैन में मस्जिदें गिराई जा रही हैं और मध्यपूर्व का सबसे बड़ा चर्च बनाने की तैयारी।
ऑले खलीफा सरकार जो देश में शिया मस्जिदों और इमाम बारगाहों को ध्वस्त कर रही है, अपनी जाहिलाना भेदभावपूर्ण नीतियों को जारी रखते हुए मध्य पूर्व में सबसे बड़ा चर्च बनाने की कोशिश कर रही है।
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बहरैन नें जनता के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर आले ख़लीफ़ा की बर्बरता।
बहरैन में आले ख़लीफ़ा सरकार के सुरक्षा बलों नें जनता के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को एक बार पिर अपनी बर्बरता का निशाना बनाया है
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बहरैन में ख़लीफ़ाई अत्याचार के विरुद्ध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी।
बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन के सत्ता से हटने की मांग तेज़ हो रही है और विभिन्न इलाक़ों में जनता ने प्रदर्शन करके आले ख़लीफ़ा शासन से सत्ता से हटने की मांग दोहराई।
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बहरैन में रोज़ेदारों पर हमला।
बहरैन की अल-विफ़ाक़ राजनीतिक पार्टी के सीनियर लीडर नें आले ख़लीफ़ा के हाथों रोज़ेदार नमाज़ियों पर हमले की आलोचना की है।
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ख़लीफ़ाई अत्याचार
बहरैनी जनता पर आले ख़लीफ़ा के अत्याचार जारी
बहरैन की मासूम जनता के ख़िलाफ़ आले ख़लीफ़ा की हिंसक पॉलीसियों का सिलसिला जारी है। ख़बरों के अनुसार आले ख़लीफ़ा की अदालत नें एक इन्क़ेलाबी डाक्टर को एक साल क़ैद की सज़ा सुनाई है।