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हुसैनी क़ाफिले के साथ चौथी मोहर्रम
“हे लोगों! तुम लोगों ने अबू सुफ़ियान के ख़ानदान को आज़माया और जैसा तुम चाहते थे उनको वैसा पाया! यज़ीद को तो तुम पहचानते हो वह अच्छे व्यवहार वाला, नेक और अपने नीचे काम करने वालों पर एहसान करने वाला और उनकी अताएं बजा हैं! और उनका बाप भी ऐसा ही था!
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भारत में वहाबी विचारधारा के लिए कोई जगह नहीं: जस्टिस मार्कंडेय काटजू
सच तो यह है कि दरगाहों में कब्रों की पूजा नहीं की जाती। वहाँ केवल सूफी संतों को सम्मान दिया जाता है, जिन्होंने सार्वभौमिक करुणा, सहिष्णुता और भाईचारे का पाठ पढ़ाया।
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नेतन्याहू और आतंकी सरग़ना जौलानी की मुलाकात की योजना लीक
तकफीरी आतंकी संगठन HTS के प्रमुख और सीरिया के शासक जौलानी और लाखों मुसलमानों के कातिल नेतन्याहू के बीच जल्द ही सार्वजनिक रूप से मुलाकात होगी।
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नजीब अहमद का 9 साल बाद भी सुराग़ नहीं, कहाँ गया JNU का छात्र ?
नजीब अहमद 15 अक्टूबर 2016 को जेएनयू के माही-मंडवी हॉस्टल से रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था। इससे ठीक एक दिन पहले नजीब का एवीबीपी से जुड़े छात्रों के साथ झगड़ा हुआ था।
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डेली हदीस
इमाम हुसैन {अ.स.} की ज़ियारत का सवाब
अल्लाह उसके लिए एक हज़ार गुलामों को आज़ाद करने का सवाब लिख देगा और वह उस व्यक्ति की तरह होगा जो अल्लाह की राह में लड़ने के लिए एक हज़ार घुड़सवारों ...
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सर्बिया में क्रांति की आहट, रूस ने दी चेतावनी
बेलग्रेड में प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच बड़े स्तर पर हिंसक झड़पें हो रही हैं। सड़कों पर लाठियां चल रही हैं, आंसू गैस छोड़ी जा रही है और छात्रों को हिरासत में लिया जा रहा है। सड़कों पर लगे नारे स्पष्ट हैं "वुसिक को जाना ही होगा!"
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ट्रम्प ने फिर पलटी मारी, कहा मैंने ईरान को कुछ ऑफर नहीं किया
"मैं ईरान को कुछ भी नहीं दे रहा हूं, ओबामा के विपरीत जिन्होंने बेवकूफी भरे परमाणु हथियार JCPOA के तहत उन्हें अरबों डॉलर का भुगतान किया,
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फ्रेंच राष्ट्रपति की बेशर्मी, अब मिसाइल कार्यक्रम पर भी उठाया सवाल
साथ ही बैलिस्टिक और परमाणु हथियारों से जुड़े मुद्दों पर उन्होंने वार्ता फिर से शुरू करने की जरूरत जताई, ताकि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
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इस्राईल के डिमोना रिएक्टर पर होती बमबारी
ईरान पर इस्राईल के हमले के लिए पाखंडी पश्चिमी जगत का समर्थन अप्रत्याशित नहीं था क्योंकि वह फिलिस्तीन पर हमले में भी इस्राईल समर्थन करते हैं हालांकि हाल ही में कुछ देशों ने पहले की तुलना में कम समर्थन दिया है।
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हम खुश क़िस्मत है कि तेरे दौर में पैदा हुए
मुंबई में लगे होर्डिंग्स पर लिखा गया है कि "हम भाग्यशाली हैं कि हम आपके युग में पैदा हुए और आपको करीब से देखा, अन्यथा हमने केवल किताबों में ही बहादुरी और साहस की कहानियाँ पढ़ी हैं।"