30 जून 2025 - 16:21
नजीब अहमद का 9 साल बाद भी सुराग़ नहीं, कहाँ गया JNU का छात्र ?

नजीब अहमद 15 अक्टूबर 2016 को जेएनयू के माही-मंडवी हॉस्टल से रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था।  इससे ठीक एक दिन पहले नजीब का एवीबीपी से जुड़े छात्रों के साथ झगड़ा हुआ था। 

दिल्ली की विश्व प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी JNU से 15 अक्टूबर 2016 को लापता हुए छात्र नजीब अहमद का अब तक कोई सुराग़ नहीं मिल सका है। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद के मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। एडिशनल चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट ज्योति माहेश्वरी ने कहा कि अगर इस मामले में कोई साक्ष्य मिलता है तो इसकी दोबारा जांच की जाएगी। 

नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस ने सीबीआई के क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ याचिका दायर की थी। नजीब की मां की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि इस मामले की आगे सीबीआई जांच की जरूरत है। याचिका में कहा गया था कि इस मामले में सीबीआई ने सही से जांच नहीं की और क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी। याचिका में सीबीआई के क्लोजर रिपोर्ट के उस निष्कर्ष को चुनौती दी गई थी जिसमें कहा गया है कि नजीब अहमद स्वयं लापता हो गया।

दरअसल, 8 अक्टूबर 2018 को हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच बंद करने की अनुमति दी थी। उसके बाद नजीब अहमद की मां ने क्लोजर रिपोर्ट से संबंधित दस्तावेजों की मांग करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। तब हाईकोर्ट ने कहा था कि नजीब की मां को अगर कोई शिकायत है तो वो ट्रायल कोर्ट में जा सकती हैं। अगर उन्हें जांच की स्टेटस रिपोर्ट चाहिए तो वो इसके लिए कोर्ट में याचिका दायर कर सकती हैं। पहले की सुनवाई के दौरान राऊज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया था कि वह जांच से संबंधित क्लोजर रिपोर्ट के दस्तावेज नजीब अहमद की मां को उपलब्ध कराए। 

बता दें कि नजीब अहमद 15 अक्टूबर 2016 को जेएनयू के माही-मंडवी हॉस्टल से रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था।  इससे ठीक एक दिन पहले नजीब का सत्ताधारी भाजपा और संघ की छात्र यूनिट एवीबीपी से जुड़े छात्रों के साथ झगड़ा हुआ था। 

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