उत्तर भारत की पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में लगातार बारिश ने तबाही मचा दी है। भूस्खलन के कारण कई महत्वपूर्ण राजमार्ग बंद हो गए हैं और यात्राएं स्थगित कर दी गई हैं।
हिमाचल में, मनी महेश यात्रा के दौरान 800 से अधिक श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जबकि तीन श्रद्धालुओं की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई। चंडीगढ़-मणाली हाईवे पर भूस्खलन से वाहन प्रभावित हुए और पोंग डेम का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया।
जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत स्कूल बंद कर दिए गए हैं और बाढ़ व भूस्खलन की आशंका जताई गई है। कश्मीर के उच्च क्षेत्रों में हिमपात हुई है, जबकि जम्मू-पठानकोट हाईवे पर मरम्मत के बाद यातायात बहाल किया गया।
उत्तराखंड में गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्राएं बारिश और भूस्खलन से प्रभावित हो रही हैं, और इस राज्य की 90 से अधिक संपर्क सड़कें बंद हैं। कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि उधमपुर में तेज बारिश से दर्जनों कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा।
कुल मिलाकर, पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम की तीव्रता ने जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है।
आपकी टिप्पणी