قال الامام الصادق علیه السلام:
«الحُسَینُ سَفینَةُ النَّجاةِ، مَن تَمَسَّکَ بِهَا نَجَا مِنَ الْهَلَاکَةِ.»
وسائل الشیعه، ج ۱۴، ص ۳۵۲.
:.इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स
इमाम हुसैन निजात की कश्ती हैं, जो भी उनसे जुड़ा रहेगा वह हलाकत से निजात पा जाएगा।
जो भी उनसे जुड़ा रहेगा वह हलाकत से निजात पा जाएगा।
وسائل الشیعه، ج ۱۴، ص ۳۵۲.
:.इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स
इमाम हुसैन निजात की कश्ती हैं, जो भी उनसे जुड़ा रहेगा वह हलाकत से निजात पा जाएगा।
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