ग़ज़्ज़ा में जनसंहार कर 15000 बच्चों समेत 55000 से अधिक लोगों की हत्या करने वाले इस्राईल के अब ईरान पर हमलों को भी उचित ठहराते हुए G-7 ने ईरान को ही मिडिल ईस्ट में हो रहे खून खराबे का ज़िम्मेदार ठहरा दिया। ज़ायोनी जनसनहार को सही ठहराते हुए G-7 ने कहा की अवैध राष्ट्र को अपनी रक्षा करने का अधिकार, है वहीँ ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होन चाहिए ।
G-7 ने अपने बयान में कहा कि हम, G7 के नेता, मिडिल ईस्ट में शांति और स्थिरता के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। इस सिलसिले में, हम पुष्टि करते हैं कि इस्राईल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। हम इस्राईल की सुरक्षा के लिए अपना समर्थन दोहराते हैं। हम नागरिकों की सुरक्षा के महत्व की भी पुष्टि करते हैं। ईरान क्षेत्रीय अस्थिरता और आतंक का प्रमुख स्रोत है। हम लगातार स्पष्ट रहे हैं कि ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं हो सकता। हम आग्रह करते हैं कि ईरानी संकट के समाधान से मिडिल ईस्ट में शत्रुता में व्यापक कमी आएगी, जिसमें ग़ज़्ज़ा में युद्धविराम भी शामिल है। हम अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा बाजारों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सतर्क रहेंगे और बाजार की स्थिरता की रक्षा के लिए समान विचारधारा वाले पार्टनर्स सहित आपस में कॉर्डिनेशन के लिए तैयार रहेंगे।
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