गज़्ज़ा में जनसंहार समेत मिडिल ईस्ट में जंग की आग भड़काने वाले ज़ायोनी प्रधानमंत्री ने अपने खिलाफ जारी अदालती मामलों मे फिर से बीमारी का बहाना बनाकर हाज़िर होने से मना कर दिया।
ज़ायोनी चैनल सेवन के अनुसार, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बीमारी के कारण बुधवार सुबह अपनी अदालती सुनवाई में शामिल नहीं हुए। जबकि नेतन्याहू के आज ज़ायोनी नेसेट में उपस्थित होने और विपक्षी दलों द्वारा पेश किए जाने वाले नेसेट को भंग करने के विधेयक के खिलाफ मतदान करने की उम्मीद है।
यह घटनाक्रम तब हुआ जब एकजुट हुए विपक्षी दलों के नेताओं ने आज सुबह इस संबंध मे विधेयक को मतदान के लिए रखने की घोषणा की।
विपक्षी दलों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सभी पार्टियों के बीच पूर्ण समन्वय के साथ, विपक्षी नेसेट सदस्यों द्वारा सभी निजी विधेयकों और कानूनों को एजेंडे से हटाने का निर्णय लिया गया ताकि सभी प्रयास एक लक्ष्य पर केंद्रित हो सकें और वह है नेसेट और ज़ायोनी कैबिनेट को भंग करना।
अदालती कार्रवाई से भागने वाले नेतन्याहू ने हालांकि नेसेट को भंग करने की विपक्ष की मुहिम को रोकने के लिए हरेदी (अति-रूढ़िवादी) दलों के खिलाफ एक अभियान शुरू कर दिया है।
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