11 जून 2025 - 16:16
इमाम अली नक़ी, एक संक्षिप्त परिचय 

इमाम अली नक़ी (अ.) की रातें, अल्लाह तआला से राज़ व नियाज़ व इबादत में जाग कर गुज़रती थीं। हमेशा सादे कपड़े पहना करते थे। हमेशा उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट सजी रहती थी लेकिन इसके बावजूद उनका रोब लोगों के दिलों पर रहता था।

हज़रत इमाम अली नक़ी (अ.) 15 ज़िलहिज्जा 212 हिजरी या 5 रजब को मदीना में पैदा हुए। आपके पिता इमाम मुहम्मद तक़ी (अ.) और माँ समाना हैं। आपका नाम अली, उपनाम हादी व नक़ी और कुन्नियत अबुल हसने सालिस (तीसरा) है। आपको अबुल हसन सालिस कहने का कारण यह है कि चार इमामों की कुन्नीयत अबुल हसन है।
अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली इब्ने अबी तालिब (अ.), हज़रत इमाम मूसा काज़िम (अ.), हज़रत इमाम अली रज़ा (अ.) और इमाम अली नक़ी (अ.)। जब केवल अबुल हसन कहा जाए तो मुराद हज़रत अली (अ.) होते हैं, अबुल हसन अव्वल (प्रथम) इमाम काज़िम (अ.), अबुल हसन सानी (द्वितीय) इमाम रज़ा (अ.) और इसी लिए अबुल हसन सालिस इमाम अली नक़ी (अ.) को कहा जाता है, ताकि पता रहे कि इस अबुल हसन से मुराद कौन है।

इमाम अली नक़ी (अ.) और इमाम हसन अस्करी (अ.) काफी समय तक सामर्रा के अस्कर नामक मुहल्ले में रहते थे इसलिए इन दोनों इमामों को अस्क्रीयेन भी कहा जाता है। इमाम अली नक़ी (अ.) दानशीलता और स्वाभिमान में मशहूर थे और अनाथों के पालन पोषण और फक़ीरों की सहायता में प्रसिद्ध थे।

इमाम के ज़माने में जो राजा गुज़रे हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:
मोतसिम, वासिक़, मुतवक्किल, मुंतसिर, मुसतईन, मोतज़। यह सबके सब दुनिया और पद व धन दौतल के कारण इमाम से ईर्ष्या व बैर रखते थे और अपनी दुश्मनी को ज़ाहिर भी करते थे लेकिन इसके बावजूद इमाम के अखलाक़ और नेक सिफ़ात तथा उच्च गुणों व विशेषताओं को स्वीकार करने पर मजबूर थे। इमाम अ. के ज्ञान का अनुभव उन्होंने कई बार मुनाज़रों, इल्मी मुबाहिसों और ज्ञानात्मक वाद - विवाद के माध्यम से किया था।
इमाम अली नक़ी (अ.) की रातें, अल्लाह तआला से राज़ व नियाज़ व इबादत में जाग कर गुज़रती थीं। हमेशा सादे कपड़े पहना करते थे। हमेशा उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट सजी रहती थी लेकिन इसके बावजूद उनका रोब लोगों के दिलों पर रहता था।
इमाम अली नक़ी (अ.) को 254 हिजरी में ज़हर देकर शहीद कर दिया गया। मोतज़ अब्बासी ने इमाम अ. को सामर्रा में ज़हर दिया और इमाम को उन्हीं के घर में दफनाया गया, जहां आज आपका पवित्र रौज़ा है।
इमाम अली नक़ी (अ.) का संक्षिप्त परिचय:
नाम
: अली
बाप: इमाम मुहम्मद तक़ी (अ.)
मां: समाना और सैय्यदा के नाम से मशहूर थीं।
उपनाम: नक़ी, हादी
कुन्नियत: अबुल हसन
जन्म: 15 ज़िलहिज्जा 213 हिजरी या 5 रजब
शहादत: 3, रजब 254 हिजरी
पवित्र रौज़ा (मज़ार): सामर्रा, ईराक़
बच्चे: 5 पुत्र जिनमें से 4 बेटे 1 बेटी।
समकालीन शासक: मोतसिम, वासिक़, मुतक्किल, मुंतसिर, मुसतईन, मोतज़।

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