30 मई 2025 - 20:56
रिश्तेदारों का सम्मान और इज़्ज़त

..... सम्मान और एहतेराम करों क्योंकि वह तुम्हारी ताक़त और हिम्मत हैं । 

:حضرت علی علیه السلام

 أَكْرِمْ عَشـيرَتَكَ فَاِنـَّهُمْ جـَناحُكَِ؛

[غررالحكم: ج2، ص229]

अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स. 

अपने रिश्तेदारों का सम्मान और एहतेराम करों क्योंकि वह तुम्हारी ताक़त और हिम्मत हैं । 

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