24 मई 2025 - 15:13
औलिया ए इलाही से दोस्ती और उनके दुश्मनों से नफरत

इसी तरह उनके दुश्मनों और उनके सरग़नाओं और उन्हे मानने वालों से दुश्मनी और बेज़ारी भी वाजिब है। 

:وَ عَنِ الرِّضا عليه السلام

.حـُبُّ اَوْلِياءِ اللّه ِ واجِبٌ وَ كَذلِكَ بُغْضُ اَعْدائِهِمْ وَ الْبَرائَةُ مِنْهُمْ وَ مِنْ اَئِمَّتِهِمْ

[وسائل الشيعه، ج11، ص433.]

इमाम रज़ा अ.स. 

औलिया ए इलाही से दोस्ती और उनकी मोहब्बत वाजिब है और इसी तरह उनके दुश्मनों और उनके सरग़नाओं और उन्हे मानने वालों से दुश्मनी और बेज़ारी भी वाजिब है। 

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