लेबनान के लोकप्रिय जनांदोलन हिज़्बुल्लाह ने पोप फ्रांसिस की मौत पर दुख जताते हुए उन्हे मानवीय भाईचारे और धार्मिक एकजुटता का प्रतीक बताया है। हिज़्बुल्लाह ने वेटिकन और दुनिया भर में कैथोलिक चर्च के अनुयायियों, विशेष रूप से लेबनानी ईसाइयों और देश में पोप के प्रतिनिधि को एक संदेश में कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस के निधन पर संवेदना व्यक्त की।
हिज़्बुल्लाह ने अपने बयान मे कहा कि पोप फ्रांसिस शांति में विश्वास करते थे और युद्धों को समाप्त करने का आह्वान करते थे। उन्होंने प्रेम और सहिष्णुता के मूल्यों को बढ़ावा देने और संवाद, समझ और न्याय स्थापित करने के लिए विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और राष्ट्रों के बीच पुल बनाने के लिए अपनी गहरी आस्था के साथ काम किया।
हिज़्बुल्लाह के बयान में कहा गया है कि पोप फ्रांसिस ने अपने प्रेरणादायक रुख के साथ, अंतर-धार्मिक संवाद की भावना को मूर्त रूप दिया।" नजफ़े अशरफ और अल-अजहर में इस्लामी अधिकारियों के साथ उनकी उल्लेखनीय बैठकें ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ थे, जिन्होंने प्रेम की ज्योति और मानवीय भाईचारे की अलख जगाई।
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