21 अप्रैल 2025 - 13:43
दूसरे के ऐब पर क्या करें ?

लोगों के ऐब को मालिक या सरदारों की नज़र से मत देखो बल्कि

:قال الامام الصادق علیه السلام

. لا تَنْظُرُوا في عُيُوبِ النّاسِ كَالْأرْبابِ وَانْظُرُوا في عُيُوبِكُمْ كَهَيْئَةِ الْعَبـْدِ

تحف العقول / 295

इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स.

लोगों के ऐब को मालिक या सरदारों की नज़र से मत देखो बल्कि अपने ऐबों को एक मजबूर इंसान और ग़ुलाम की तरह देखो। 

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